भीम ऐप के ट्विटर हैंडल से रि-ट्वीट करते हुए लिखा- यूजर्स सावधान रहें। सभी अज्ञात पेमेंट रिक्वेस्ट को खारिज कर दें। हम अपडेट पर काम कर रहे हैं, स्पैम के बारे में रिपोर्ट कर सकते हैं।
प्ले स्टोर पर BHIM जैसी कई एप्स मौजूद हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए भीम (BHIM) लॉन्च किया। भीम ऐप यूपीई (Unified Payments Interface) और यूएसएसडी (Unstructured Supplementary Service Data) सेवा का का रिब्रांडेड वर्जन है। भीम एक को लेकर लगातार लोगों की शिकायतें सामने आ रही थी। जिसके बाद बीम ऐप की ओर से ट्विटर पर लोगों को सावधान रहने के लिए कहा गया है। कोशिक भट्ट नाम के एक यूजर ने लिखा था- किसी को भीम ऐप पर स्पैम पेमेंट रिक्वेस्ट मिल रहे है? यहां अज्ञात VPA (Virtual Payment Address) को ब्लॉक करने के लिए विकल्प होना चाहिए। अगर आपने अनजाने में इसे स्वीकार कर लिया तो आप अपना पैसा खो देंगे। इसके जवाब में भीम ऐप के ट्विटर हैंडल से रि-ट्वीट करते हुए लिखा गया- यूजर्स सावधान रहें। सभी अज्ञात पेमेंट रिक्वेस्ट को खारिज कर दें। हम अपडेट पर काम कर रहे हैं, स्पैम के बारे में रिपोर्ट कर सकते हैं।
भीम ऐप को लेकर कुछ लोगों ने दावा किया था कि ऐप फ्री नहीं बल्कि इसके लिए मोबाइल बैलेंस से पैसे काटे जा रहे हैं। यूजर्सने बताया था कि जैसे ही आप ऐप डाउनलोड करते हैं और आपके वेरिफिकेशन कोड आता है, वैसे ही बैलेंस से 1.50 रुपए डिडक्ट हो जाते हैं। कुछ लोगों ने गूगल ऐप स्टोर पर शिकायत है कि ऐप को डाउनलोड करने और सारी प्रकिया पूरा करने के बाद ट्रांजेक्शन फेल हो जाता है। भीम ऐप को लेकर दावा किया गया था कि इसके जरिए बिना इंटरनेट के भी ट्रांजेक्शन किया जा सकेगा, लेकिन वह उद्देश्य पूरा होते हुए नहीं दिख रहा है। बहुत से यूजर्स ने इसे एक ठेठ सरकार एप्लिकेशन करार दिया है और कहा कि यह कभी-कभी हैंग हो जाता है। कुछ लोगों ने इसे उम्मीद से गया गुजरा भी बताया।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किए जाने के 48 घंटों के भीतर ही BHIM ऐप भारत का सबसे लोकप्रिय ऐप बन गया था। भारत में किसी भी मुफ्त एंड्रॉयड ऐप कैटेगरी में BHIM को सबसे ज्यादा बार डाउनलोड किया गया। इस ऐप में आपको सिर्फ एक बार अपने बैंक खाते की जानकारी भरनी होगी। इससे आप बैंक टू बैंक पेमेंट्स और सिर्फ मोबाइल नंबर के जरिए ही कर सकते हैं। BHIM ऐप से भुगतान करने के लिए आपको कोई चार्ज नहीं भरना पड़ता।
प्ले स्टोर पर BHIM जैसी कई एप्स मौजूद हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए भीम (BHIM) लॉन्च किया। भीम ऐप यूपीई (Unified Payments Interface) और यूएसएसडी (Unstructured Supplementary Service Data) सेवा का का रिब्रांडेड वर्जन है। भीम एक को लेकर लगातार लोगों की शिकायतें सामने आ रही थी। जिसके बाद बीम ऐप की ओर से ट्विटर पर लोगों को सावधान रहने के लिए कहा गया है। कोशिक भट्ट नाम के एक यूजर ने लिखा था- किसी को भीम ऐप पर स्पैम पेमेंट रिक्वेस्ट मिल रहे है? यहां अज्ञात VPA (Virtual Payment Address) को ब्लॉक करने के लिए विकल्प होना चाहिए। अगर आपने अनजाने में इसे स्वीकार कर लिया तो आप अपना पैसा खो देंगे। इसके जवाब में भीम ऐप के ट्विटर हैंडल से रि-ट्वीट करते हुए लिखा गया- यूजर्स सावधान रहें। सभी अज्ञात पेमेंट रिक्वेस्ट को खारिज कर दें। हम अपडेट पर काम कर रहे हैं, स्पैम के बारे में रिपोर्ट कर सकते हैं।
भीम ऐप को लेकर कुछ लोगों ने दावा किया था कि ऐप फ्री नहीं बल्कि इसके लिए मोबाइल बैलेंस से पैसे काटे जा रहे हैं। यूजर्सने बताया था कि जैसे ही आप ऐप डाउनलोड करते हैं और आपके वेरिफिकेशन कोड आता है, वैसे ही बैलेंस से 1.50 रुपए डिडक्ट हो जाते हैं। कुछ लोगों ने गूगल ऐप स्टोर पर शिकायत है कि ऐप को डाउनलोड करने और सारी प्रकिया पूरा करने के बाद ट्रांजेक्शन फेल हो जाता है। भीम ऐप को लेकर दावा किया गया था कि इसके जरिए बिना इंटरनेट के भी ट्रांजेक्शन किया जा सकेगा, लेकिन वह उद्देश्य पूरा होते हुए नहीं दिख रहा है। बहुत से यूजर्स ने इसे एक ठेठ सरकार एप्लिकेशन करार दिया है और कहा कि यह कभी-कभी हैंग हो जाता है। कुछ लोगों ने इसे उम्मीद से गया गुजरा भी बताया।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किए जाने के 48 घंटों के भीतर ही BHIM ऐप भारत का सबसे लोकप्रिय ऐप बन गया था। भारत में किसी भी मुफ्त एंड्रॉयड ऐप कैटेगरी में BHIM को सबसे ज्यादा बार डाउनलोड किया गया। इस ऐप में आपको सिर्फ एक बार अपने बैंक खाते की जानकारी भरनी होगी। इससे आप बैंक टू बैंक पेमेंट्स और सिर्फ मोबाइल नंबर के जरिए ही कर सकते हैं। BHIM ऐप से भुगतान करने के लिए आपको कोई चार्ज नहीं भरना पड़ता।
No comments:
Post a Comment